Hello everyone in this article we will write नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती पर भाषण - Speech on Netaji Subhash Chandra Bose Jayanti - Netaji Jayanti.
भाषण : नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती
आदरणीय प्रधानाध्यापक, शिक्षकगण और मेरे प्यारे सहपाठियों को मेरा नमस्कार। मैं आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती के इस शुभ अवसर पर भारत के इतिहास के सबसे करिश्माई और प्रभावशाली नेताओं में से एक, सुभाष चंद्र बोस को याद करने और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आपके सामने खड़ा हूँ।
जैसा कि हम यहाँ सुभाष चंद्र बोस जयंती मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। वह एक अटूट दृढ़ संकल्प के व्यक्ति थे। वह एक ऐसे व्यक्ति थे जो स्वतंत्र और संप्रभु भारत के विचार में विश्वास करते थे। उनका प्रसिद्ध आह्वान, " तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा," उन कठिन समय की भावना और बलिदान को दर्शाता है।
नेताजी, सिर्फ एक नेता नहीं थे; वह एक दूरदर्शी, देशभक्त और निडर स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने हमारे देश के स्वतंत्रता संग्राम पर एक अमिट छाप छोड़ी। 23 जनवरी 1897 को जन्मे नेताजी का जीवन देश की सेवा और स्वतंत्रता की खोज के लिए समर्पित था।
नेताजी के नेतृत्व की पहचान निडरता थी। उन्होंने अपने हमवतन लोगों से आगे बढ़ने और औपनिवेशिक शासन के चंगुल से राजधानी को पुनः प्राप्त करने का आग्रह किया था। उनके नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय सेना (आईएनए) का गठन स्वतंत्रता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
आजाद हिंद फौज के नाम से मशहूर भारतीय राष्ट्रीय सेना के सैनिकों ने अपने दिलों में "जय हिंद" का नारा गूंजते हुए बहादुरी से लड़ाई लड़ी।
एक स्वतंत्र राष्ट्र के नागरिक के रूप में हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम नेताजी और उनके साथ लड़ने वाले अनगिनत अन्य लोगों के बलिदान को पहचानें और याद रखें। उनके बलिदानों ने उस भारत की नींव रखी जिसे हम आज जानते हैं - एक संप्रभु, लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र।
इस जयंती पर आइए हम न केवल उनके जीवन और विरासत का जश्न मनाएं बल्कि उनके साहस, न्याय और स्वतंत्रता के आदर्शों के प्रति प्रतिबद्धता से प्रेरणा भी लें। आइए हम लोकतंत्र, समावेशिता और एकता के उन मूल्यों को बनाए रखने की अपनी प्रतिज्ञा को दोहराएँ जिनकी उन्होंने हमारे महान राष्ट्र के लिए कल्पना की थी। आइए बेहतर भारत की दिशा में काम करके नेताजी सुभाष चंद्र बोस को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करें।
जय हिन्द – जय भारत!
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