Hello everyone we will learn that how to write Essay on Soil Pollution - Land Pollution In Hindi Language.
निबंध: मृदा प्रदूषण/भूमि प्रदूषण (300 Words)
प्रस्तावना:- भूमि के भौतिक, रासायनिक या जैविक गुणों में ऐसा कोई भी अवांछित परिवर्तन जो भूमि की प्राकृतिक गुणवत्ता और उपयोगिता को नष्ट कर देता है, भूमि/मृदा प्रदूषण कहलाता है। वर्तमान समय में मानव तथा जीव-जंतुओं के लिए मृदा प्रदूषण एक बड़ी चुनौती बन गया है। मृदा प्रदूषण सभी के स्वास्थ्य के लिये बहुत हानिकारक होता है।
Picture: Soil Pollution |
मृदा प्रदूषण के कारण व् स्रोत :-
1) कृषि में अत्यधिक कीटनाशक का उपयोग करना।
2) औद्योगिक अपशिष्ट का भूमि में मिल जाना।
3) घरों का कूड़ा-कचरा भूमि में मिल जाना।
4) प्लास्टिक का इस्तमाल कर भूमि में फेक देना।
5) कृषि भूमि या वनों में आग लगना।
6) परमाणु परीक्षण होना।
7) अम्लीय वर्षा का होना।
8) वनों की कटाई होना।
9) मृत जानवरों का भूमि में ही पड़े रहना या सड़ जाना।
10) प्रयोगशालाओं में रसायन परीक्षण करके भूमि में अपशिष्ट फेंक देना।
मृदा प्रदूषण के प्रभाव व् हानि :-
1) भूमि की उर्वरा शक्ति कम होना।
2) अच्छी फसल की पैदावार का नहीं होना।
3) भूमि का बंजर हो जाना।
4) कृषि योग्य भूमि का धीरे धीरे खत्म होना।
5) मनुष्य का स्वास्थ्य दिन-प्रतिदिन खराब हो जाना।
6) पशु-पक्षियों के जीवन चक्र में बुरा प्रभाव पड़ना।
मृदा प्रदुषण रोकनें के उपाय :-
1) कीटनाशकों का प्रयोग कम/बंद किया जाना चाहिए।
2) फैक्ट्री का अपशिष्ट पदार्थ भूमि में मिलने से रोका जाना चाहिए।3) पॉली बैग तथा प्लास्टिक वस्तुओं के उपयोग से बचना चाहिए।
4) कागज या कपड़े की थैलियों का उपयोग करना चाहिए।
5) मृदा प्रदुषण रोकनें के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए।
निष्कर्ष:- पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों पर मनुष्य, पशु और पक्षियों का एकसमान अधिकार है। अगर भूमि लगातार प्रदूषित होती रहेगी तो मनुष्य तथा जीव-जंतुओं का जीवन असंतुलित हो जायेगा। स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीनें के लिए हमें मृदा प्रदूषण को दूर करनें की हर संभव कोशिश करनी चाहिए। हमें सरकार द्वारा बनाये गए कानून और नियम का पालन अवश्य करना चाहिए। सभी के सहयोग से मृदा प्रदूषण को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
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