उल्का/उल्कापिंड पर 10 पंक्ति
1) उल्कापिंड किसी वस्तु के मलबे का एक ठोस टुकड़ा है।
2) उल्का आकाश से धरती की ओर गिरते हुए दिखाई देते हैं।
3) उल्का को 'टूटते हुए तारा’ और 'लूका’ भी कहते हैं।
4) वास्तव में उल्कापिंडों का तारों से कोई सम्बन्ध नहीं है।
5) उल्का अधिकतर वायुमंडल में प्रवेश करते ही नष्ट हो जाते हैं अथवा जल जाते हैं।
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चित्र: उल्कापिंड |
6) जलने के बाद भी उल्का का जो अंश पृथ्वी तक पहुँचता है, उसे उल्कापिंड कहते हैं।
7) रात्रि के समय उल्काएँ अनगिनत संख्याओं में देखी जा सकती है।
8) उल्कापिंड रात्रि के आकाश में आग के गोलों के समान दिखती है।
9) उल्कापिंड पुरे ब्रह्मांड में हर समय विचरण करता रहता है।
10) उल्कापिंड का आकार छोटे पत्थर से लेकर बड़े पहाड़ जैसा हो सकता है।
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