In this essay we will write Essay on Baisakhi In Hindi (बैसाखी पर महत्वपूर्ण निबंध). This essay is very helpful for all students.
निबंध : बैसाखी (350 शब्द)
परिचय/प्रस्तावना: बैसाखी सिख धर्म के अनुयायियों का प्रमुख त्यौहार है। बैसाखी त्यौहार वैशाख माह का त्यौहार है। यह बैसाखी का त्यौहार प्रत्येक साल 13 या 14 अप्रैल को सम्पूर्ण भारत देश में बहूत धूमधाम से मनाया जाता है। पंजाब एवं हरियाणा में इस त्यौहार का विशेष महत्त्व होता है।
Baisakhi |
बैसाखी क्यों मनाया जाता है: बैसाखी त्यौहार को सिख अपने नव वर्ष के रूप में मनाते हैं। रबी की फसल पकने और रबी फसल काटने की खुशी में इस बैसाखी त्यौहार को मनाया जाता है। इस दिन गुरु गोविन्द सिंह जी नें खालसा पंथ की स्थापना भी की थी, जिस कारण सिख धर्म के अनुयायी इस दिन को अपने लिए बहूत शुभ मानते हैं। इसलिए इस बैसाखी त्यौहार को बहूत हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
बैसाखी कैसे मनाया जाता है: इस पवित्र त्यौहार के दिन गंगा नदी में स्नान का बहुत महत्व है। इस दिन श्रद्धालुओं का नदियों में स्नान करना एक वैशाखी परंपरा है। भारत के हर शहर और मोहल्ले में बैसाखी मेला लगाया जाता है। बैसाखी त्यौहार का सबसे बड़ा मेला हरिद्वार और ऋषिकेश में लगता है। इस दिन पंजाब का प्रसिद्ध भांगड़ा और गिद्दा नृत्य भी किया जाता है और बैसाखी गीत भी गाया जाता है। इस दिन गुरु गोविन्द सिंह और पंज प्यारों के सम्मान में शबद् व् कीर्तन गाए जाते हैं। इस दिन जुलुस व् झाकियां निकली जाती हैं, जहाँ सिख धर्म के लोग अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन भी करतें हैं। इस दिन सभी गुरुद्वारों में विशाल लंगर का आयोजन भी किया जाता है। आज के समय में सिख धर्म के अलावा अन्य धर्म के अनुयायी भी बैसाखी समारोह में भाग लेते हैं।
बैसाखी का महत्व: सिख समुदाय के लिए बैसाखी त्यौहार का बहुत महत्व रखता है, क्योंकि इस दिन को सिख समुदाय के लोग नए वर्ष के रूप में मनाते हैं तथा किसान इस दिन से ही रबी फसल काटने की शुरूआत कर देते हैं।
निष्कर्ष: बैसाखी का त्यौहार सिख समुदाय तथा किसानो के लिए ढेर सारी खुशियां लाता है। इस दिन सिखों का नया साल मंनानें के साथ-साथ गेहूं, तिलहन, गन्ने आदि की फसल की कटाई भी शुरू हो जाती है। इस दिन लोग अपनें भविष्य की समृद्धि व् सुख शांति के लिए प्रार्थना करते हैं।
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