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Tuesday, June 16, 2020

Essay on Global Effect/impact Due To Coronavirus Or Covid-19 In Hindi

Essay on Global Effect/Impact Due To Coronavirus Or Covid-19 In Hindi
कोरोना वायरस के कारण वैश्विक प्रभावों पर निबंध

कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के प्रकोप नें एक वैश्विक स्वास्थ्य संकट पैदा कर दिया है, जिसका हमारी दुनिया और हमारे रोजमर्रा के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ा है। कोरोना वायरस महामारी के कारण लाखों लोग पूरी दुनिया में अपनी जान गवां चुके हैं और अभी भी इस वायरस से लोगों की जानें जा रही हैं। इस वायरस की उत्पत्ति सबसे पहले चीन के वुहान शहर में हुई थी, उसके बाद यह वायरस पूरी दुनिया में तेजी से फैला। इस कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। इस वायरस को बढ़ने से रोकने के लिए सभी देशों की सरकार ने अपने–अपने देश में तालाबंदी कर दी, ताकि लोग अपने घरों से बाहर न निकल सकें, क्योंकि यह वायरस एक-दूसरे के संपर्क में आने से बहुत तेज़ी से फैलता है।

Essay on Global Effect/impact Due To CoronaVirus Or Covid-19 In Hindi
Global Impact Due To Covid 19

कोरोना वायरस महामारी से लोगों को बचाने के लिए सभी देशों की सरकार ने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर दूसरी सभी सेवाएं बंद कर दी। जिसमें सभी कंपनियाँ, कारखानें, दुकानें, परिवहन, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को बंद कर दिया गया। यहाँ तक ​​कि स्कूल और कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया। एक तरह से सरकार ने यह निर्देश दिया था की सभी लोग कुछ महीनें अपने घरों में ही रहें और अपने घरों में ही रहकर ऑफिस के सभी काम करने की सलाह दी। साथ ही स्कूल के छात्र छात्राओं को भी यह कहा गया की वे अभी स्कूल की पढ़ाई अपने घर से ही करें। सरकार ने लोगों की जान बचानें और कोरोना वायरस जैसी महामारी को जल्द से जल्द फैलने से रोकने के लिए ऐसा निर्देश जारी किया था। 

इन सभी सेवाओं के बंद होने से देश के नागरिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा: 

1. सभी कंपनियाँ घाटे में चलने लग गई। 

2. नौकरी के लिए नई वैकेंसी निकलनी बंद हो गई। 

3. कंपनी अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करने में असमर्थ हो गई। 

4. घाटे की वजह से कुछ कंपनियां श्रमिकों को अपनी कंपनी से निकालनें तक लग गई। 

5. कई लोगों की नौकरी चली गई। 

6. लोग कहीं भी आ और जा नहीं सकते। 

7. लोग अपने रिश्तेदारों से मिल नहीं सकते। 

8. गरीब लोग सरकारी योजनाओं पर निर्भर हो गए। 

9. सभी को तब तक घर से काम करना होगा, जब तक तालाबंदी और महामारी ख़त्म नहीं होती। 

10. पैसे की कमी के कारण लोग बैंक और अपने रिश्तेदारों से कर्ज लेने के लिए मजबूर हो गए। 

पुरे विश्व में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप और देश में तालाबंदी के कारण, देश की सरकार ने बहुत सारी आर्थिक संपत्ति भी खो दी है। कोरोना वायरस के कारण कुछ समय के लिए देश की प्रगति रुक सी ​​गई है। 

हाल ही में व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) नें यह समीछा किया कि वैश्विक अर्थव्यवस्था इस वर्ष (2020) के लिए 2% से कम जी.डी.पी (GDP) की परिकल्पना की गई है, जिसकी लागत शायद 1 ट्रिलियन डॉलर होगी। 

1 comment:

  1. Jharkhand Academic Council (JAC) is the Autonomous Education Board in the State of Jharkhand which is mainly Responsible for Conducting 10th Class Exam Every year. The Jharkhand board of JAC is Administered by the State Government of Jharkhand and Thrives to improve the Quality of Education in the state, [URL=https://boardmodelpaper.com/jac-10th-blueprint-jharkhand-matric-blue-print/]jharkhand Matric Blueprint 2023[/URL] Jharkhand Board is also Responsible for Prescribing Courses, Blueprint 2023 and Question Paper 2023 for All the Govt and Private Schools of Affiliated with the Jharkhand Board.

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