Essay on Lal Bahadur Shastri In Hindi In 300 Words
लाल बहादुर शास्त्री जी पर निबंध
लाल बहादुर शास्त्री जी भारत के एक महान नेता और स्वतंत्रता सेनानी थे। वह भारत के दूसरे प्रधानमंत्री भी थे। उन्होंने अपने देश और अपने लोगों की सेवा के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता भी थे। उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित होने वाले पहले व्यक्ति थे।
Lal Bahadur Shastri |
लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को मुगल सराय, उत्तर प्रदेश, भारत में एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता का नाम शारदा प्रसाद श्रीवास्तव था, जो कि एक स्कूल शिक्षक थे और उनकी माता का नाम राम दुलारी देवी था। वह कायस्थ परिवार से थे। उनके पिता की मृत्यु उस समय हो गई थी जब वह शास्त्री जी केवल डेढ़ वर्ष के थे।
लाल बहादुर शास्त्री जी की शिक्षा मुगल सराय और वाराणसी में हुई थी। उन्होंने काशी विद्यापीठ से प्रथम श्रेणी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वहाँ उन्हें 'शास्त्री' की उपाधि दी गई।
शास्त्री जी ने कम उम्र में ही राजनीति में भाग लेना शुरू कर दिया था। वे 1921 में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में शामिल हो गए थे। शास्त्री जी महात्मा गांधी से गहरे प्रभावित थे। वह गांधीजी और नेहरु जी के वफादार अनुयायी बन गए थे। 1951 में उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का महासचिव चुना गया। वे रेल मंत्री 1951 से लेकर 1956 बने रहे। बाद में शास्त्रीजी 1961 में गृह मंत्री भी बनें।
जवाहर लाल नेहरू जी की मृत्यु के बाद, शास्त्री जी भारत के प्रधान मंत्री बने। उन्होंने 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान देश का नेतृत्व किया था। "जय जवान जय किसान" ("सैनिक की जय हो, किसान की जय हो" का नारा युद्ध के दौरान बहुत लोकप्रिय हुआ। दुश्मन को बुरी हार दी गई थी। उन्होंने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी थी। उन्होंने परिवार के उत्थान के लिए राजनीति का कभी इस्तेमाल नहीं किया।
लाल बहादुर शास्त्री जी की मृत्यु 11 जनवरी 1966 को ताशकंद में हुई थी। भारत उनकी निस्वार्थ सेवा को कभी नहीं भूलेगा। उन्हें हमेशा देश के महानतम देशभक्त और नेताओं में गिना जाएगा।
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