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Sunday, April 7, 2019

Essay on Subhash Chandra Bose In Hindi In 300 Words

Essay on Subhash Chandra Bose In Hindi | 300 Words

सुभाष चंद्र बोस पर निबंध 

सुभाष चंद्र बोस भारत के महानतम नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। सुभाष चंद्र बोस, जिन्हें "नेताजी" के नाम से जाना जाता है। वह भारत के एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होने के लिए बहुत सारे लोगों को प्रेरित किया था। उन्होंने अपनी भारत मातृभूमि की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन तक बलिदान कर दिया था। 



सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था। उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस था, जो एक प्रसिद्ध वकील थे और उनकी माता का नाम प्रभावती बोस था। प्रभावती बोस एक धार्मिक महिला थीं। सुभाष चंद्र बोस अपने स्कूल का बहुत ही प्रतिभाशाली छात्र थे। 

सुभाष चंद्र बोस नें उड़ीसा के कटक से मैट्रिक की परीक्षा पास की। उन्होंने 1919 में प्रेसीडेंसी कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। फिर उन्होंने इंग्लैंड जाकर कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से ट्रिपोस (Tripos) की डिग्री ली। बाद में, उन्होंने अपने पिता को खुश करने के लिए आई.सी.एस (ICS) परीक्षा पास की।

सुभाष चंद्र बोस जी नें ब्रिटिश शासन का विरोध किया और भारतीय राजनीति में रुचि ली। वह देश की स्वतंत्रता के सेवा के लिए कांग्रेस के आंदोलन में शामिल हुए। वह 1938 से 1939 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। उन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया, लेकिन कभी निराश नहीं हुए।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी को 1942 में आजाद हिंद फौज की स्थापना करने वाले व्यक्ति के रूप में भी जाना जाता है। ब्रिटिश सरकार ने उन्हें अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन के लिए गिरफ्तार किया था, लेकिन दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वह भाग गए। उन्होंने अपनी सेना के लोगों को "तुम मुझे खून दो और मैं तुम्हें आजादी दूंगा" के अपने इस महान शब्दों के माध्यम से अपनी मातृभूमि को अंग्रेजों के शासन से मुक्त करने के लिए प्रेरित किया था।

सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु 1945 में ताइवान में एक विमान दुर्घटना में हुई थी। लेकिन कई भारतीयों का मानना ​​था कि उस समय उनकी मृत्यु नहीं हुई थी। नेताजी इस दुनिया में नहीं हैं, फिर भी वह भारतवासियों के दिल में हमेशा जिन्दा रहेंगे। उन्हें हमेशा देश के महान शहीदों में गिना जाएगा।

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